Table of Contents
नमस्कार मित्रों आज हम आप सभी को बताएंगे कि पितरों की पूजा कैसे करें और साथ ही साथ पितर पक्ष में किन चीजों की सावधानियां बरते हैं जिससे आपको अपने पितरों का आशीर्वाद प्राप्त हो सके और आप सभी को पितृ पक्ष संपूर्ण पूजा विधि बताएंगे साथ ही आपको पितरों की पूजा में लगने वाली सामग्री भी आप सभी को बताएंगे
![]() |
पितरों की पूजा कैसे करें || पितृ पक्ष सम्पूर्ण पूजा विधि || श्राद्ध पक्ष की पूजा कैसे करें |
पितृ पक्ष कब से शुरू होंगे-
पितृ पक्ष की शुरुआत इस साल 29 सितंबर, शुक्रवार 2023 से शुरू हो रहा हैं अंतिम श्राद्ध यानी अमावस्या श्राद्ध 14 अक्टूबर, शनिवार 2023 को होगा | यह 15 दिन अपने पितृ गणों को प्रसन्न करने का होता है पितृ पक्ष में कुछ ऐसा कार्य न करें कि जिससे आपके पितृ आपसे नाराज हो जाए पितृपक्ष में लोग धार्मिक स्थान जैसे गया ,हरिद्वार, प्रयाग, आदि स्थानों पर जाकर अपने पूर्वज जल देते हैं और श्राद्ध पक्ष की पूजा करते है और अपने पितरों को प्रसन्न करते हैं साथ ही अपने पितरों का आशीर्वाद प्राप्त करते है
श्राद्ध पक्ष की पूजा के लाभ –
महाभारत और पद्मपुराण अन्य ग्रंथों में बताया गया है कि जो लोग पितृपक्ष में अपने पितरों की पूजा पूरी विधि से करते है, उसकी हर इच्छाएं पूर्ण होती हैं। घर-परिवार में शांति और उन्नति होती है। और उनके घर के कलह कलेश दूर होता है
पितरों की पूजा कैसे करें-
पितृ पक्ष सम्पूर्ण पूजा विधि-
पितृ पक्ष के दौरान, व्रत, आशीर्वाद, और अच्छे कर्मों का पालन करना भी महत्वपूर्ण होता है। यह सुनिश्चित करने में मदद करता है कि पितरों की आत्माएं शांत रहें और परिवार को सुख-शांति मिले।
ध्यान दें कि पितृ पक्ष के अवसर पर आपको धार्मिक और सामाजिक विशेषज्ञों से सलाह लेना उचित हो सकता है, क्योंकि पूजा और श्राद्ध की विधि विभिन्न स्थानों और संप्रदायों में थोड़ी भिन्न हो सकती है।
हमारे कुछ Popular Post 👇
इसे भी पढ़ें👉देवी पचरा गीत
इसे भी पढ़ें👉संकटा माता की पूजा कैसे करें
इसे भी पढ़ें👉चटपट मैया की पूजा कैसे करें
इसे भी पढ़ें👉सोमवार व्रत कथा
इसे भी पढ़ें👉हवन गीत with lyrics hindi